FULL FORM OF IPC 1860-INDIAN PENAL CODE 1860(भारतीय दण्ड संहिता 1860)
भारतीय दण्ड संहिता की प्रमुख धाराएं :-
धारा 300 - MURDER क्या होता है ये धरा 300 बताता है |
धारा 302 - PUNISHMENT OF MURDER हत्या के लिए सजाDEFINE HOGA ,आजीवन करवास होगा या मिर्त्युदण्न इसके अनुसार डिफाइन होगा|
धारा 307 - ATTEMPT TO MURDER यानि हत्या की कोशिश,अगर किसे ने किसी के हत्या के कोसिस की तो ये धारा उसपर लगता है जैसे की किसी ने किसी को मरने के इरादे से उसपर वॉर किया गया | 302 से ज्यादा ख़तरनाक क्योकि ३०२ में तो आदमी मर जाता है मगर इसमें तो आदमी जिन्दा बच जाता है जो सबसे बड़ा गवाह है अपने हत्या के प्रयास का |
धारा 304 (A )- CAUSING DEATH BY NEGLIGENCE यानि लापरवाही से मिर्त्यु होने के कारण
Section304(A) OF THE IPC IMOSE ON THOSE WHO NEGLIGENCE CAUSED SOMEONE TO DIE.इसमें दो से तीन वर्षो के सजा का प्रावधान है |ROAD ACCCIDENT में इसी धरा का उपयोग होता है अगर कोई घटना में मर जाता हैं |
धारा 376 - बलात्कार
धारा 395 - डकैती अगर चार से ज्यादा लोग कहीं लूटपाट करते हैं तो वो डकैती कहलाएगा |
धारा 396 - डकैती के दौरान हत्या भी केर देता है तो धारा 395 और धारा 396 दोनों लगेगा |
धारा 377 - अगर कोई किसी के साथ अप्राकृति कृत्य करता है जैसे गुप्तांग में कोई चीज डालना या प्रकिर्तिक के विपरीत सेक्स करना इत्यादि |
धारा 365 - अपहरण ,जुर्म साबित होने पैर सात साल की सजा ,जुर्माना या दोनों ,अजमानतीय मामला(बेल नहीं मिलेगा )
धारा 366 - शादी के लिए लड़की का अपहरण,दस साल कैद या जुरमाना ,मामला अजमानतीय|
धारा 120 -SADYANTRA रचना
धारा 309 -आत्महत्या का प्रयाश करना ,एक साल का सदा कारावास या जुर्माना या दोनों |
धारा 201 - साबुत मिटाना,झूठा गवाह
धारा 34 -सामान्य आशय को अग्रसर करने के लिए कई ब्याक्तियो द्वारा किया गया कार्य |
क्या अन्तर है FIR & OFUR में CLICK THIS LINK:- https://youtu.be/Q52E0AY7LWY
धारा 141 - विधि विरुद्ध जमाव ||
धारा 412 - ऐसी सम्पति को बेमानी से प्राप्त करना जो डकैती करने में चराई गई हो |
धारा 378 - चोरी (THEFF) की परिभासा
धारा 379 -चोरी के लिए सजा (PUNISHMENT OF THEFF)
धारा 295 -धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचना ,सजा -दो साल +जुर्माना ,मामला अजमानतीय |
धारा 312 -गर्भपात करवाना ,तीन साल कैद या जुरमाना या दोनों ,मामला जमानतीय (बेल मिल जाएगी )
धारा 356 - चोरी के लिए हमला ,सजा -2 साल कारावास या जुर्माना या दोनों |
भारतीय दण्ड संहिता की प्रमुख धाराएं :-
धारा 300 - MURDER क्या होता है ये धरा 300 बताता है |
धारा 302 - PUNISHMENT OF MURDER हत्या के लिए सजाDEFINE HOGA ,आजीवन करवास होगा या मिर्त्युदण्न इसके अनुसार डिफाइन होगा|
धारा 307 - ATTEMPT TO MURDER यानि हत्या की कोशिश,अगर किसे ने किसी के हत्या के कोसिस की तो ये धारा उसपर लगता है जैसे की किसी ने किसी को मरने के इरादे से उसपर वॉर किया गया | 302 से ज्यादा ख़तरनाक क्योकि ३०२ में तो आदमी मर जाता है मगर इसमें तो आदमी जिन्दा बच जाता है जो सबसे बड़ा गवाह है अपने हत्या के प्रयास का |
धारा 304 (A )- CAUSING DEATH BY NEGLIGENCE यानि लापरवाही से मिर्त्यु होने के कारण
Section304(A) OF THE IPC IMOSE ON THOSE WHO NEGLIGENCE CAUSED SOMEONE TO DIE.इसमें दो से तीन वर्षो के सजा का प्रावधान है |ROAD ACCCIDENT में इसी धरा का उपयोग होता है अगर कोई घटना में मर जाता हैं |
धारा 376 - बलात्कार
धारा 395 - डकैती अगर चार से ज्यादा लोग कहीं लूटपाट करते हैं तो वो डकैती कहलाएगा |
धारा 396 - डकैती के दौरान हत्या भी केर देता है तो धारा 395 और धारा 396 दोनों लगेगा |
धारा 377 - अगर कोई किसी के साथ अप्राकृति कृत्य करता है जैसे गुप्तांग में कोई चीज डालना या प्रकिर्तिक के विपरीत सेक्स करना इत्यादि |
धारा 365 - अपहरण ,जुर्म साबित होने पैर सात साल की सजा ,जुर्माना या दोनों ,अजमानतीय मामला(बेल नहीं मिलेगा )
धारा 366 - शादी के लिए लड़की का अपहरण,दस साल कैद या जुरमाना ,मामला अजमानतीय|
धारा 120 -SADYANTRA रचना
धारा 309 -आत्महत्या का प्रयाश करना ,एक साल का सदा कारावास या जुर्माना या दोनों |
धारा 201 - साबुत मिटाना,झूठा गवाह
धारा 34 -सामान्य आशय को अग्रसर करने के लिए कई ब्याक्तियो द्वारा किया गया कार्य |
क्या अन्तर है FIR & OFUR में CLICK THIS LINK:- https://youtu.be/Q52E0AY7LWY
धारा 141 - विधि विरुद्ध जमाव ||
धारा 412 - ऐसी सम्पति को बेमानी से प्राप्त करना जो डकैती करने में चराई गई हो |
धारा 378 - चोरी (THEFF) की परिभासा
धारा 379 -चोरी के लिए सजा (PUNISHMENT OF THEFF)
धारा 295 -धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचना ,सजा -दो साल +जुर्माना ,मामला अजमानतीय |
धारा 312 -गर्भपात करवाना ,तीन साल कैद या जुरमाना या दोनों ,मामला जमानतीय (बेल मिल जाएगी )
धारा 356 - चोरी के लिए हमला ,सजा -2 साल कारावास या जुर्माना या दोनों |
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